सिर्फ ३ दिन लगते है बवासीर को जड़ से ख़त्म करने में. -जाने ये है उपाए

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सिर्फ ३ दिन लगते है बवासीर को जड़ से ख़त्म करने में.  – ये है उपाए 

बवासीर Piles क्या है ? बवासीर मलाशय के आसपास की नसों की सूजन के कारण विकसित होता है। बवासीर दो प्रकार की होती है,खूनी बवासीर और बादी वाली बवासीर,खूनी बवासीर में मस्से खूनी सुर्ख होते है,और उनसे खून गिरता है,जबकि बादी वाली बवासीर में मस्से काले रंग के होते है,और मस्सों में खाज पीडा और सूजन होती है। बवासीर बेहद तकलीफदेह होती है। देर तक कुर्सी पर बैठना और बिना किसी शेड्यूल के कुछ भी खा लेना इसका प्रमुख कारण है।हम आपको यहाँ पर कुछ घरेलू नुस्‍खों के बारे में बताते हैं जिससे बवासीर और इससे होने वाले दर्द में राहत मिल सकती है।

बवासीर Piles होने के मुख्य कारण
1. बवासीर होने की कई वजह होती है जिसमें से एक है अधिक देर तक एक जगह कुर्सी पर बैठे रहना।
2. अधिक देर तक रात में काम करना।
3.जो लोग पानी का सेवन कम करते हैं उन्हें भी पाइल्स हो सकता है।
4. मोटापे का कारण भी बवासीर का मुख्य कारण बन सकता है।
5. अधिक शराब का का सेवन करना।
6. मल त्याग करते समय अधिक तेजी से प्रेश लगाना।
7. दूसरा कारण है ज्यादा तेज मिर्च मसालों का अधिक सेवन करना।
8. गर्भावस्था के दौरान आखरी के तीन महीनों में गर्भवती को बवासीर हो सकता है।
9. देर तक किसी गाड़ी में बैठे रहना या मोटर बाईक चलना।
10. निराहार उपवास करने वाले लोगों को भी पाइल्स हो सकता है।



बवासीर Piles के लक्षण 
1. उठते बैठते समय या फिर चलते समय गुदा द्वार में दर्द होना
2 .रक्त का बार बार निकलना
3. बहुत देर तक कब्ज बनी रहना
बवासीर Piles के रामबाण इलाज

*भीमसेनी कपूर को नारियल तेल में मिलकर  अपने गुदा पर लगाने से पीड़ादायक दर्द ख़त्म हो जाता है 


*सुबह  एक पके केले में चने के दाने के बराबर भीमसेनी कपूर को डाल कर निगल ले।  ध्यान रहे पूजा वाला कपूर  नहीं लेना है , पंसारी से  भीमसेनी कपूर लेकर  प्रयोग करे आपका रोग ३ दिन में ठीक हो जायेगा।
*खूनी बवासीर में एक नींबू को बीच में से काटकर उसमें लगभग 4-5 ग्राम कत्‍था पीसकर डाल दीजिए। इन दोनों टुकड़ों को रात में छत पर खुला रख दीजिए। सुबह उठकर नित्य क्रिया से निवृत होने के बाद इन दोनों टुकड़ों को चूस लीजिए। पांच दिन तक इस प्रयोग को कीजिए। बहुत फायदा होता है।

*करीब दो लीटर मट्ठा लेकर उसमे 50 ग्राम पिसा हुआ जीरा और थोडा सा सेंधा नमक जरुर मिला दें। पूरे दिन पानी की जगह यह मट्ठा ही पियें। चार-पाँच दिन तक यह प्रयोग करें, मस्से काफी ठीक हो जायेंगे।


*एक पके केले को बीच से चीरकर उसके दो टुकडे कर लें फिर उस पर कत्था पीसकर छिडक दें, इसके बाद उस केले को खुले आसमान के नीचे शाम को रख दें,सुबह को उस केले को शौच करने के बाद खालें। एक हफ़्ते तक लगातार इसको करने के बाद भयंकर से भयंकर बवासीर भी समाप्त हो जाती है।

*कुछ आंवलों का रस निकालें. उसके बाद इसमें कुछ करेले के बीज मिलाएं. इस पेस्ट को अपने गुदाद्वार पर लगायें. ऐसा हर रोज़ करें. कुछ ही दिनों में आपका मस्सा झड जाएगा.


*छोटी पिप्पली को पीस कर उसका चूर्ण बना ले, इसे शहद के साथ लेने से भी आराम मिलता है|

*नीम के छिलके सहित निंबौरी के पावडर को प्रतिदिन 10 ग्राम मात्रा में रोज सुबह बासी पानी के साथ सेवन करें, लाभ होगा। लेकिन इसके साथ आहार में घी का सेवन आवश्यक है। *जीरे को पीसकर मस्‍सों पर लगाने से भी फायदा मिलता है, साथ ही जीरे को भूनकर मिश्री के साथ मिलाकर चूसने से भी फायदा मिलता है।

*फिटकरी लें और उसे दस्ते में कूटकर उसका चूर्ण बना लें. इस चूर्ण में खीरे का रस और हल्दी मिलाएं और इस पेस्ट को हर रोज सुबह व शाम अपने गुदाद्वार पर लगायें. कुछ ही दिनों में लाभ होगा

*बवासीर की समस्‍या होने पर आंवले के चूर्ण को सुबह-शाम शहद के साथ लेने से भी जल्दी ही फायदा होता है।
*एक चम्मच आंवले का चूर्ण सुबह शाम शहद के साथ लेने से भी बवासीर में लाभ प्राप्त होता है।

*नीम का तेल मस्सों पर लगाने से और 4- 5 बूँद रोज़ पीने से बवासीर में बहुत लाभ होता है।

*50 ग्राम बड़ी इलायची को तवे पर रखकर भूनते हुए जला लीजिए। ठंडी होने के बाद इस इलायची को पीस लीजिए। प्रतिदिन सुबह इस चूर्ण को पानी के साथ खाली पेट लेने से बवासीर में बहुत आराम मिलता है।

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*नियमित रुप से गुड के साथ हरड खाने से भी बवासीर में जल्दी ही फ़ायदा होता है।
*नागकेशर, मिश्री और ताजा मक्खन इन तीनो को रोजाना बराबर मिलाकर 10 दिन खाने से बवासीर में बहुत आराम मिलता है।
*सुबह खाली पेट मूली का नियमित सेवन भी बवासीर को खत्म कर देता है।
*बवासीर की समस्या होने पर तरल पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करें।
बवासीर Piles होने पर ये परेहज जरूर करे 
1. बवासीर से बचने के लिए गुदा को गर्म पानी से न धोएं। खासकर जब तेज गर्मियों के मौसम में छत की टंकियों व नलों से बहुत गर्म पानी आता है तब गुदा को उस गर्म पानी से धोने से बचना चाहिए।
2. एक बार बवासीर ठीक हो जाने के बाद बदपरहेजी ( जैसे अत्यधिक मिर्च-मसाले, गरिष्ठ और उत्तेजक पदार्थो का सेवन ) के कारण उसके दुबारा होने की संभावना रहती है। अत: बवासीर के रोगी के लिए बदपरहेजी से परम आवश्यक है।
3.चाट-पकौड़ी, नूडल्स, बर्गर, पिज्जा, समोसा, जैसे फास्ट फूड से दूर रहें।
4. मांस, मासालेदार चीजें और शराब से दूर रहें।
5. लगातार एक ही जगह पर बैठकर काम न करें। थोड़ा बहुत टहलें और व्यायाम करें।
6. एैसी कोई भी चीज न लें जो कब्ज करे।
7. ज्यादा उपवास न रखें। उपवास में जूस, छाछ और सूप का सेवन करते रहें।
8. अधिक देर तक न जगें।

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