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आँखों की देखभाल और रौशनी बढ़ाने के लिए सरल उपाय-eyes problem In hindi

कुछ लोगों के आँखों के नीचे की त्वचा का रंग बदल जाता है और उसमें कालापना आ जाता है। इसे आंखों का काला घेरा (Periorbital dark circles या केवल ‘dark circles’) कहते हैं। यह समस्या लड़कियों में विशेष रूप से होती है। यह लक्षण कई कारणों से प्रकट हो सकते हैं। 
कारण

इसके पीछे कई कारण होते हैं जैसे शरीर में पानी की कमी, तनाव, धूप और प्रदूषण में ज्यादा देर रहना, अनियमित दिनचर्या आदि। कई बार हम समझ नहीं पाते, लेकिन डार्क सर्कल्स की समस्या एलर्जी का भी नतीजा हो सकता है। यह एलर्जी किसी क्रीम, कॉस्मेटिक या दवाई से हो सकती है। ऐसे मामलों में तुरंत डॉक्टरी सलाह लेने में ही भलाई है, नहीं तो समस्या कोई और रूप ले सकती है।


यह समस्या अनुवांशिक भी हो सकती है। इसके अलावा कुछ दवाओं के सेवन (मेडिकेशन) से, थकान से, यकृत (लीवर) की समस्या के कारण, एक्जिमा, अस्थमा आदि के कारण, रक्त की कमी (रक्तक्षीणता) के कारण या उम्र की अधिकता से भी हो सकती है।


गर्मी और मस्तिष्क की कमजोरी कमजोर दृष्टि का एक मुख्य कारण है।
एक शक्तिशाली प्रकाश में निरंतर पढ़ना, पाचन विकार, असंतुलित खाने और भोजन में विटामिन ए की कमी भी कमजोर दृष्टि के लिए जिम्मेदार हैं।
#शराब के सेवन से भी आँखों पर प्रभाव पड़ता है ।
#अत्यधिक समय टीवी देखने में खर्च करना #कंप्यूटर स्क्रीन पर पास से लगातार काम करना
#अत्यधिक पढ़ते रहने से
#हवा में हानिकारक प्रदूषकों के संपर्क में आने से
कमजोर दृष्टि के लक्षण

#वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करते वक़्त आंख की मांसपेशियों में तनाव
#आंखों पर अत्यधिक तनाव मांसपेशियों को कमजोर करते हैं # कमजोर आंख की मांसपेशिया दृष्टि में समस्याओं का कारण बनती ह
#आंखों से धुंधला दिखना
#लघु दृष्टि और लंबे दृष्टि
#लंबी दूरी की वस्तुओं को देखने में सक्षम न होना
#पास की वस्तुओं को देखने में सक्षम न होना
#लंबी दूरी की वस्तुओं को देखने में परेशानी
#आंखों में जलन
#आंखों में पानी आना
#अध्ययन के दौरान सिर में भारीपन
घरेलू नुस्खे

सामान्य तौर पर डार्क सर्कल्स का इलाज आप बड़ी ही आसानी से घर में ही कर सकते हैं। जैसे हल्दी और पाइनेपल के जूस का मिश्रण कुछ मिनट तक आंखों के नीचे लगाकर रखने से काफी फायदा होता है। बादाम के तेल की रोजाना 15 से 20 मिनट की मालिश काफी लाभदायक होती है। सोने से पहले गुलाब जल में रूई डुबोकर 15 मिनट तक आंखों के ऊपर रखने से काफी फायदा होता है।
हर्बल टी या ग्रीन टी का नियमित सेवन भी आंखों के लिए बहुत अच्छा होता है। इसके अलावा पुदीने का रस भी आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है और कुछ ही दिनों में इसका परिणाम भी मिल जाता है।
# अपनी डाइट में भरपूर फल व सब्जियों को शामिल करें।
#अरोमाथेरेपी से भी आपको डार्क सर्कल्स से निजात मिल सकता है। इससे तनाव के स्तर में कमी होती है, जिससे कुछ ही दिनों में डार्क सर्कल्स गायब हो जाते हैं।
#इसके अलावा रोज 7 से 8 घंटे की नींद भी बहुत जरूरी होती है।
#नींबू और टमाटर के रस का मिश्रण रोजाना आंखों के नीचे लगाएं। इससे भी कुछ ही दिनों में डार्क सर्कल्स गायब हो जाते हैं।
#सौंफ पाउडर और धनिया बीज पाउडर लेकर बराबर अनुपात का एक मिश्रण तैयार करें।फिर बराबर मात्रा में चीनी मिला ले। 12 ग्राम हर सुबह और शाम की खुराक में ले लो। यह मोतियाबिंद के साथ साथ कमजोर आँखों के लिए भी फायदेमंद है।
#कमजोर दृष्टि के लोगों को हर रोज गाजर के जूस का सेवन करना चाहिए ,यह महान लाभ प्रदान करेगा।
# धनिया के तीन भागों के साथ चीनी के एक भाग का मिश्रण तैयार करे। उन्हें पीस लें और उबलते पानी में इस संयोजन को डालें और एक घंटे के लिए इसे ढककर रखें। फिर एक साफ कपड़े से इसे छानकर प्रयोग करे । यह नेत्रश्लेष्मलाशोथ के लिए एक अमोघ इलाज है।
#दूध में बादाम को भिगोकर उन्हें रात भर रखा रहने दे । सुबह इसमें चंदन भी मिलाये। इसे पलकों पर लगाये । यह नुस्खा आंखों की लालिमा को बिलकुल कम कर देता है।
#इलायची के दो छोटे टुकड़े ले लो। उन्हें पीसकर दूध में डाले और दूध को उबाल कर रात में इसे पिये। यह आंखों को स्वस्थ बनाता है।
#आँखों की देखभाल के लिए आहार में विटामिन ए का शामिल होना अनिवार्य है। विटामिन ‘ए’ गाजर, संतरे और कद्दू , आम, पपीता और संतरे, नारंगी और पीले रंग की सब्जियों में निहित है। पालक, धनिया आलु और हरी पत्तेदार सब्जियों, डेयरी उत्पादों तथा मांसाहारी खाद्य पदार्थ, मछली, जिगर,अंडे में विटामिन ए की एक उचित मात्रा विद्यमान होती है।
#मोतियाबिंद का खतरा आहार में विटामिन सी लेने से कम हो जाता है। इसलिए अमरूद, संतरे, नींबू और टमाटर, शिमला मिर्च, गोभी, आदि के रूप में विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ आहार में शामिल किया जाना चाहिए।
#ब्लूबेरी दृष्टि बढ़ाने के लिए और नेत्र हीन के लिए एक लोकप्रिय जड़ी बूटी है। यह रात के समय की दृष्टि में सुधार करने में मदद कर सकते हैं क्योंकि यह रेटिना के दृश्य बैंगनी घटक के उत्थान को उत्तेजित करता है। साथ ही, यह धब्बेदार अध: पतन, मोतियाबिंद और मोतियाबिंद के खिलाफ सुरक्षा करता है। पका हुआ फल ब्लूबेरी हर रोज आधा कप खाओ।
#बादाम भी ओमेगा – 3 फैटी एसिड, विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट सामग्री की वजह से दृष्टि में सुधार के लिए बहुत लाभदायक हैं। यह स्मृति और एकाग्रता बढ़ाने में भी मदद करता है। रात भर पानी में 5 से 10 बादाम भिगो दे। अगली सुबह छिलका उतारकर बादाम पीस ले। एक गिलास गर्म दूध के साथ इस पेस्ट को खाए। कम से कम कुछ महीनों के लिए इसे प्रयोग करो।

आवश्यक सुझाव – हर रोज 2-3 बार पानी के साथ अपनी आँखें धोएं। अपनी हथेलियों को तब तक आपस में रगड़े जब तक वे गर्म न हो जाये और फिर अपने हथेलियों के साथ अपनी आंखों को ढके। यह आंख की मांसपेशियों को आराम में मदद करता है। आपके कंप्यूटर की स्क्रीन की चकाचौंध रौशनी को कम करकर रखे ताकि आँखों पर बुरा प्रभाव न पड़े। आँखों को धूल, मिटटी और सूरज की तेज किरणों से बचाना चाहिए ।

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