शिलाजीत SHILAJIT देखने में काफी कडवा, कसैला, गर्म तथा वीर्यवद्र्धक….
कैस्टर आयल यानि अरंडी का तेल एक ऐसा तेल है जो आज से नहीं बाकि काफी समय से हमारे बड़े बुजुर्गो द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है. यह रिसीनस कम्युनिस पौधों के बीज से निकलता है. Castor oil का इस्तेमाल औषधी के रूप में अफ्रीका और भारतीय उपमहाद्वीप में काफी किया जाता है.कैस्टर आयल में […]
सबसे ज़्यादा कलौंजी का उपयोग यूनानी दवाओं को बनाने में किया जाता है. भारत में व् अन्य Tropical areas में कई वर्षो से कलोंजी का इस्तेमाल भोजन में भी होता रहा है इसका प्रमुख कारण इसमें पाए जाने वाले आयुर्वेदिक गुण है जो भोजन के साथ हमारे शरीर में जाकर शरीर को पोषण व् बीमारियों […]
तुलसी का प्रयोग कब कैसे और क्यों करना चाहिए चिकित्सकों के अनुसार तुलसी बल बढ़ाने वाली, हृदयोत्तेजक, सूजन को पचाने वाली एवं सिर दर्द को ठीक करने वाली होती है। तुलसी के पत्ते बेहोशी में सुंघाने से बेहोशी दूर होती है। इसके पत्ते चबाने से मुंह की दुर्गंध दूर होती है। तुलसी के सेवन से […]
सिर्फ ३ दिन लगते है बवासीर को जड़ से ख़त्म करने में. – ये है उपाए बवासीर Piles क्या है ? बवासीर मलाशय के आसपास की नसों की सूजन के कारण विकसित होता है। बवासीर दो प्रकार की होती है,खूनी बवासीर और बादी वाली बवासीर,खूनी बवासीर में मस्से खूनी सुर्ख होते है,और उनसे खून गिरता […]
परिचय – Drumstick सहजन के पेड़ अधिकतर हिमालय के तराई वाले जंगलों में ज्यादा पायें जाते हैं। सहजन के पेड़ छोटे या मध्यम आकार के होते हैं। इसकी छाल और लकड़ी कोमल होती है। सहजन के पेड़ की टहनी बहुत ही नाजुक होती है जो बहुत जल्दी टूट जाती है। इसके पत्ते 6-9 जोड़े में […]
नीम के ये ऐसे 20 फायदे जो आपको हैरत में डाल देंगे ! Neem परिचय : नीम का पेड़ बहुत बड़ा होता है। नीम का पेड़ वातावरण को शुद्ध बनाने में विशेष भूमिका निभाता है, क्योंकि नीम की पत्तियों में गुणकारी तत्व पाये जाते हैं जो जीवाणुओं को नष्ट करते रहते हैं। नीम की इन […]
इन सात घरेलु उपायो से 8 दिन में बालो का झड़ना रोके व् 21 दिनों में नए बाल उगते हुए देखे. दोस्तों यदि आप या आपके कोई जानकार गंजेपन के शिकार हैं, तो यहां हम आपको इससे छुटकारा पाने के आसान तरीके बताने जा रहे हैं। इनमें से कुछ आयुर्वेदिक उपाय हैं तो कुछ धार्मिक ग्रंथों […]
Date– छुहारा प्रसिद्ध मेवाओं में से एक है। छुहारे एक बार में चार से अधिक नहीं खाने चाहिए, वरना इससे गर्मी होती हैं। दूध में भिगोकर छुहारा खाने से इसके पौष्टिक गुण बढ़ जाते हैं। छुहारा रुचिकारक, हृदय के लिए लाभकारी, तृप्तकारी, पुष्टकारक, वीर्य-बलवर्द्धक, क्षय (टी.बी.), रक्तपित्त, वातज्वर, अभिघात वमन, वात और कफरोगों को दूर […]
दालचीनी विश्व में मसालों के रूप में काम में ली जाती है। यह एक पेड़ की छाल होती है। दालचीनी दो प्रकार की होती है : मोटी दालचीनी : दालचीनी लघु, गर्म, तीखी, मधुर, कटु, रूक्ष और पित्तकारक होती है। यह बलगम, गैस, खुजली, अरुचि नाशक एवं दिल के रोग, मूत्राशय के रोग, बवासीर, पेट […]